MEP - मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल तथा प्लंबिंग
MEP टर्म का उपयोग - मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल और प्लंबिंग के लिए होता है। यह भवन डिजाइन और निर्माण का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। MEP में वे सभी आवश्यक फिटिंग, फिक्चर या उपकरण शामिल होते हैं जिनका उपयोग भवन निर्माण या किसी अन्य स्ट्रक्चर निर्माण में किया जाता है। इस लेख में, हम Building Services में MEP का विवरण तथा योगदान को समझेंगे। साथ ही आर्किटेक्चर में बिल्डिंग सर्विसेज तथा भवन के निर्माण में इसका उपयोग तथा इसके प्रकार पर भी चर्चा करेंगे।
आर्किटेक्चर में बिल्डिंग सर्विसेज
बिल्डिंग सर्विसेज या भवन सेवाएँ मानव कल्याण के लिए प्रदान की जाने वाली सेवाएँ या सुविधाएँ होती हैं। यह आराम तथा स्वच्छता बनाए रखती है, और हमें एक स्वच्छ वातावरण भी प्रदान करती है। यह किसी भी इमारत के निर्माण के लिए महत्वपूर्ण हिस्सा होती है। इसलिए, भवन निर्माण में सैनिटेशन (सैनिटरी फिटिंग और उसके प्रकार), प्लंबिंग (पाइप के प्रकार, ट्रैप), सीवर सिस्टम और जल वितरण प्रणाली, आदि को आवश्यक रूप से शामिल किया जाता हैं। बिल्डिंग सर्विसेज एक व्यापक विषय है, इसमें इलेक्ट्रिकल सिस्टम, लिफ्ट, एस्केलेटर, एयर कंडीशनिंग सिस्टम आदि भी शामिल हैं।
बिल्डिंग सर्विसेज के प्रकार या 'MEP'
1. मैकेनिकल सिस्टम
यांत्रिक प्रणाली या मकेनिकल सिस्टम एक भौतिक घटना है, जो आंतरिक बलों को बाहरी बलों में परिवर्तित करती है। दूसरे शब्दों में कहे तो यह सिस्टम इनलेट बल या गति को आउटलेट बल या गति में परिवर्तित करता है। MEP का, 'M' अक्षर बिल्डिंग सर्विसेज में 'मैकेनिकल' को दर्शाता है। मैकेनिकल सिस्टम के तीन मूल तत्व, इनपुट, प्रक्रिया और आउटपुट होते हैं। सामान्य तौर पर, दैनिक क्रियों में उपयोग किए जाने वाले विभिन्न उपकरण यांत्रिक प्रणाली के तंत्र में काम करते हैं। हमारे दैनिक जीवन में उपयोग किए जाने वाले विभिन्न प्रकार के मैकेनिकल सिस्टम इस प्रकार हैं:
- H.V.A.C. (हीटिंग, वेंटिलेशन तथा एयर कंडीशनिंग सिस्टम) - यह भवन को शीतल रखने की प्रणाली होती है जो इमारत के अंदर आराम के स्तर को बनाए रखती है। जिसके लिए विभिन्न प्रकार के उपकरण जैसे चिलर बीम, सौर चिमनी, एयर डक्ट आदि का उपयोग किया जाता है।
- लिफ्ट / एलीवेटर - यह एक वर्टिकल परिवहन उपकरण है जो भवन में माल तथा लोगों को भवन की एक मंजिल से दूसरी मंजिल ले जाने का कार्य करता है।
- एस्केलेटर - यह स्वचालित यांत्रिक सीढियाँ होती है जिनका कार्य लिफ्ट के सामना लोगो को भवन के एक तल से दूसरे तल तक ले जाना होता है।
2. इलेक्ट्रिकल सिस्टम
विद्युत या इलेक्ट्रसिटी भी एक भौतिक घटना ही है, जो विद्युत या आवेशों के प्रवाह तथा उपस्थिति से संबंधित होती है। अतः इसमें विद्युत चुम्बकीय विकिरण, प्रेरण, रेडियो तरंगें, बिजली और स्थैतिकी बिजली आदि शामिल होते हैं। MEP का, 'E' बिल्डिंग सर्विसेज में 'इलेक्ट्रिकल' को दर्शाता है। इलेक्ट्रसिटी प्रकृति का एक प्रत्यक्ष बल है। दो वस्तुओ के बिच मौजूद विद्युत् प्रवाह या चार्ज बिजली उत्पन्न होने का कारण होता है। इलेक्ट्रीसिटी में इलेक्ट्रिक मटेरियल को तीन प्रमुख वर्गों में विभाजित क्या गया है:-
- कंडक्टर - जो गर्मी, प्रकाश, बिजली या ध्वनि के प्रवाह को वस्तुओं या सामग्रियों से गुजरने की अनुमति देता है। उदाहरण के लिए कॉपर, एल्युमिनियम, सिल्वर आदि।
- इन्सुलेटर - जो गर्मी, प्रकाश, बिजली या ध्वनि के प्रवाह को वस्तुओं या सामग्रियों से गुजरने की अनुमति नहीं देता है। उदाहरण के लिए, रबड़, कांच, चीनी मिट्टी के बरतन आदि।
- अर्ध-कंडक्टर - जो प्रवाहकीय सामग्रियों के बीच धारा के प्रवाह की अनुमति देते हैं और इन्सुलेट सामग्री के बीच वर्तमान के प्रवाह की अनुमति नहीं देते हैं। उदाहरण के लिए, सिलिकॉन, जर्मेनियम, गैलियम, आदि)।
इलेक्ट्रीकल फिक्चर्स या फिटिंग्स
घरेलू उपकरणों, पानी के पंपों, मोटरों आदि को बिजली प्रदान करने के लिए उपयोग किए जाने वाले फिक्स्चर या उपकरणो को 'इलेक्ट्रिक फिक्स्चर या फिटिंग' कहा जाता है। विभिन्न उद्देश्य को पूरा करने के लिए विभिन्न प्रकार के फिक्सचर्स का उपयोग किया जाता है। सामान्य उद्देश्यों के लिए उपयोग किए जाने वाले कुछ सामन्य विद्युत फिक्सचर्स निम्नानुसार हैं:-
- सीलिंग रोज़ - पंखो तथा झूमर के लिए।
- वितरण पैनल (यह पैनल बोर्ड या ब्रेकर पैनल के रूप में भी जाना जाता है) - बिजली की वितरण प्रणाली लिए।
- मुख्य स्विच (डिस्ट्रीब्यूशन बोर्ड के रूप में भी जाना जाता है) - एक सेंटर कटऑफ स्विच जो भवन या घर के सभी स्विच को नियंत्रित करता है।
- थ्री पिन सॉकेट - इस सॉकेट या डिवाइस को अर्थिंग के लिए उपयोग किया जाता है। जिसमे, एक पिन का उपयोग बिजली के झटके से सुरक्षा के लिए किया जाता है तथा अन्य दो पिनों का उपयोग बिजली को स्थानांतरित करने के लिए किया जाता है।
- टू वे स्विच - दो स्विच जो एक ही उपकरणों से जुड़े होते हैं। सामन्य शब्दों में कहे तो , एक आउटलेट या डिवाइस को नियंत्रित करने वाले दो स्विच।
- लघु सर्किट ब्रेकर - एक स्वचालित रूप से संचालित विद्युत स्विच जिसे एक अधिभार या शॉर्ट सर्किट से बचाने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
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3. प्लंबिंग सिस्टम
प्लंबिंग एक शब्द है जिसमें पानी की आपूर्ति, वेस्ट सॉइल का निपटारण, अपशिष्ट जल, बारिश के पानी की निकासी आदि विभिन्न प्रयोजनों के लिए भवन में उपयोग किये जाने वाले सिस्टम, फिक्सचर्स, फिटिंग तथा मटेरियल शामिल होते हैं। यह पानी के निकासी सिस्टम से अप्रिय गंध के वेंटिलेशन के लिए भी उपयोग किया जाता है। MEP का, 'P' अक्षर बिल्डिंग सर्विसेज में 'प्लंबिंग' के लिए होता है। 'प्लंबिंग' सिस्टम में प्रयुक्त फिक्सचर्स या फिटिंग के प्रकार को 'प्लंबिंग फिक्सचर्स' कहा जाता है। एक 'प्लंबिंग' सिस्टम का उपयोग विभिन्न उद्देश्यों के लिए किया जाता है, उदाहरण के लिए:
- पानी की आपूर्ति तथा जल वितरण प्रणाली के लिए नल, टैंक, वाल्व, कपलर आदि जैसे विभिन्न फिक्सचर्स का उपयोग किया जाता है।
- सैनिटरी तथा जल निकासी के निपटारणों वेस्ट वाटर सहित विभिन्न फिक्सचर्स जैसे वॉशबेसिन, वाटर क्लोसेट, सिंक, यूरिनल, आदि का उपयोग किया जाता है )।
- बरसात के पानी को छतों, पक्के क्षेत्रों, और जमीन की सतहों से निकासी तथा संग्रहण आदि के लिए भी प्लंबिंग फिक्सचर्स का उपयोग किया जाता है।
सैनिटेशन
सैनिटेशन से तात्पर्य मानव मल के निपटारण के लिए की जाने वाली सुविधाओं और सेवाओं के प्रावधान से है। दूसरे शब्दों में के तो सैनिटेशन एक टर्म है जिसमे कचरा संग्रहण और अपशिष्ट निपटारण कर स्वछता तथा स्वच्छ वातावरण के लिए रखरखाव किया जाता है। सैनिटेशन सिस्टम का मुख्य उद्देश्य मानव स्वास्थ्य और कल्याण की सुरक्षा को बढ़ावा देना है। सैनिटेशन सिस्टम एक बेहतर या स्वच्छ वातावरण प्रदान करता है और बीमारियों के विभिन्न कारणों को भी दूर करता है। सैनिटेशन भवन सेवाओं में 'प्लंबिंग' सिस्टम' का ही एक हिस्सा है।
सैनिटरी फिटिंग
मिट्टी और जल अपशिष्ट पदार्थों के संग्रह या निर्वहन के लिए उपयोग की जाने वाली फिटिंग और फिक्स्चर को 'सैनिटेशन फिटिंग तथा फिक्स्चर' कहा जाता है। सैनिटेशन सिस्टम में, उनके कार्यों के अनुसार, भवन में विभिन्न सैनिटेशन फिटिंग और फिक्स्चर का उपयोग किया जाता है। यह आम तौर पर चीनी मिट्टी, ग्लेज़्ड चिनवेयर, स्टेनलेस स्टील्स, धातु, प्लास्टिक, फायर क्ले आदि से बने होते है। इसलिए, कुछ सामान्य फिटिंग जैसे कपलर, एल्बो होल्डर्स, ट्रांज़िशन बुश, यूनियन, रिड्यूसर, बॉल वाल्व आदि, बिल्डिंग में इस्तेमाल होने वाले आम फिक्सचर्स निम्नानुसार हैं:
- वॉश बेसिन
- वॉटर क्लॉसेट (WC)
- बाथ टब
- शॉवर स्टॉल
- फ्लशिंग सिस्टर्न
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